*या अल्लाह – ये लोग*
या अल्लाह बनावटी चमक-दमक और चकाचौंध के पीछे न जाने क्यों भाग रहे हैं लोग
बेशक रिज़्क, धन-दौलत, इज़्ज़त, शोहरत देने वाला तू ही है, फिर भी नाचीज़ इंसान के पीछे क्यों भाग रहे हैं लोग
दुनिया में हर एक इंसान की जीत या हार का मालिक-खालिक तू ही है, मगर फिर भी न जाने क्यों इंसान को लालच देकर जितना चाह रहे हैं लोग
सियासत में जाकर क़ौम की रहनुमाई करने की बजाय इशारों-इशारों में किसी और की निशानदेही कर रहे हैं लोग
या अल्लाह इंसान को सच्चाई-अच्छाई, नेकी और ईमानदारी पर चलने की तौफ़ीक दे, वरना और ज़्यादा भटक जाएंगे ये लोग।
*लेखन – एस.एम.युसूफ़*


